Tuesday, April 14, 2015

संगीतकीध्वनि- उपचारात्मकचिकित्सा स्पीकिंग

संगीतकीध्वनि-  उपचारात्मकचिकित्सा  स्पीकिंग ट्री राघवसलूजाअनिच्छासेएकऐसेकमरेमेंप्रवेशकरताहै,जिसमेंवाद्ययंत्रोंकीमहान प्रदर्शनीलगीहै, अपनेचिकित्सककीनिगाहोंकोधोखादेतेहुए, आधाकुर्सीपरबैठाहुआभावशून्यदृष्टिसेएकटक लकड़ीकेफर्शपरअपनीनज़रेंगड़ादेताहै।आधेघंटेकिसीजोशीलेसंगीतमें डूबा, यह 11 सालकाबच्चाशायदहीनजरेंमिलाताहै।नैदानिकसंगीतचिकित्साकीदुनियामेंआपकास्वागतहै, जहांसलूजाजैसेसैकड़ों लोगों केव्यक्तित्वऔरअन्यविकारोंकोसंगीतकीध्वनिसे ठीककियाजाताहै।यहचिकित्साइसआधारपरकामकरती हैकिहरंसानसंगीतसेप्रतिक्रियादिखाताहै।  दक्षिणीदिल्लीकेसंगीतचिकित्सासंगठनकेसंगीतचिकित्सक सोमेशपुरेकहतेहैंकि, 'हमाराविश्वास हैकिहरइंसान केभीतरसंगीतकोप्रतिक्रियादेनेकीस्वाभाविकक्षमताहोतीहै।हरएकव्यक्तिआरतीमेंतालीबजासकताहै।मनुष्यकी यहक्षमताकभीभीकिसीभीबीमारीमेंदुर्बलनहीं होती।' यहसंगठन, भारतमें मान्यताप्राप्त नैदानिकसंगीतचिकित्साकाअपनेआपमें पहलाप्रसारहै।कनाडामेंजन्मेब्रितानीमार्गरेटलोबोने 2005 में इसकीस्थापनाकी, जो किएकप्रतिभावानसंगीतप्रेमीथीं। 20 सालकीउम्रमेंउनकी एक वोकल कॉर्ड मेंलकवामारगया, औरउन्हेंकहागयाकि अबवोकभीगानहींपाएंगी। 'सातसालतक, मैंनेगानागानेकाएकबारभीप्रयत्ननहींकिया।फिरकिसीनेमुझेएकगुरुकेबारेमेंसलाह दी औरमैंनेचारसाल तक प्रशिक्षणलिया।औरजल्दीही, मैंफिरसेगानागानेलगी।' 70 सालकिमार्गरेटबतातीहैं कि,'उसकेबाद, मेरेलिएगाना गानाउतनामहत्वपूर्णनहींरहगया।मैंउसप्रशिक्षणकोदूसरोंकीमददमेंइस्तेमालकरनाचाहतीथी।इसलिएमैंने अमेरिका मेंएकधर्मार्थसंगठनकीस्थापनाकी।' संगीतकेसाथ मजबूतीसेजुड़ा हुआ मनोविज्ञान, मनोरोग, मानसिकस्वास्थ्यऔरपरामर्शकामिश्रण।यहचिकित्सादिमागीविकार, विषाद, व्यक्तित्वसंबंधी बिमारियोंसेलेकरअन्यजानलेवाबिमारियोंजैसेकिएचआईवीऔरकैंसर कोठीककरनेमें मददकरती है।’  भारतमें, आदिकाल सेसंगीत को कल्याणकारी माना जाता है।कहाजाताहै किभारतीयसंगीतमेंकुछरागऐसेहैंजिनमेंमौलिक उपचारात्मकशक्तिहै।चाहेवहबांसुरीकीमधुरआरामदायकध्वनिहो, जीवनसेभरीहारमोनियमकीमीठीधुनयाफिरसितार।संगीतमें तनावपूर्णतंत्रिकाओंकेप्रबंधनकरने औरकठिनसमयमें गिरतेयाकमहोतेउत्साह कोसहेजनेकीक्षमताहै।पूरयकेमुताबिक, यहां कोईनिर्धारितनियम नहींहैकिएकविशेषचिकित्सासंबंधी स्थिति मेंसंगीतक्याऔरकैसेकामकरताहै। 'संगीतकाएक हिस्सालोगोंपरअलग-अलगतरहसेकामकरताहै, व्यक्तिकासंगीतकेसाथलगावऔरउसकी संगीतकेप्रतिधारणाहीयहतयकरती हैकिउस पर कौनसासंगीतबेहतरढंगसेकामकरेगा।वेकहतेहैं, अगरआपकेस्कूलकेदिनोंकीअच्छीयादेंकिसीगानेसेजुड़ी हुईहैं, तोइसकाआपकेऊपरसकारात्मकप्रभावहोनानिश्चितहै।' यहचिकित्सादोस्तर परकामकरती है- आंकलनऔरदोबाराआंकलन।पहलास्तर 8 से 10 सत्रोंमेंबंटा हुआहै। संगीतकेलिएमरीजकीप्रतिक्रियाकाआंकलनकियाजाताहै।उसकीभावात्मक, सामाजिक, ज्ञान-संबंधित, शारीरिकऔरबोलचालकीयोग्यताकाविश्लेषणकरनेकेपश्चता उसकेलिएअगलेस्तरकालक्ष्यनिर्धारितकियाजाताहै।पूरयकहतेहैंकि, पहलासत्रबेहदअप्रत्याशितहोसकताहै' कभी-कभीयहहोसकताहैकिएकबच्चाउठकरचलाजाएजबकिदूसराबैठकरसुनतारहे।' दूसरे स्तर में सामने चल रहा या पहले से दर्ज संगीत सुनना, संगीत को बनाना या फिर से बनाना शामिल है। एक सत्र के500 रूपए लगते हैं। हॉलीवुड, बॉलीवुड, पश्चिमी या शास्त्रीय यह मायने नहीं रखता कि कौन-सा संगीत बजाया जाता है। बल्कि संगीत की ताल, खंड और उसकी संरचना महत्वपूर्ण होती है।'अगर कोई उदास है और हम तम्बूरा बजाते हैं, तो वह और उदास हो जाएगा। ऐसे समय में कुछ जोश से भरा ऊर्जावान संगीत बजाने की जरुरत होती है। तेज ताल और ऊंची आवाज में प्रेरणादायक ऊर्जा होती है। युद्ध के समय पर सैनिकों को प्रेरणा देने और उनके दिमाग को सतर्क करने के लिए नगाड़ा बजाया जाता था। स्वास्थ्य केन्द्रों में, विश्राम कराने के उद्देश्य से धीमी गति वाला संगीत बजाया जाता है। हर ध्वनि हम तक पहुँचने के लिए अपनी तरह से काम करती है,' पूरय ने कहा।वे ऐसे बच्चों के लिए काम करते हैं जो अटेंशन डेफिसिट हाइपराक्टिविटी डिसऑर्डर (एडीएचडी) और आत्म सम्मान के मामले से जूझ रहे हैं।वायु वाद्य यंत्र जैसे कि बांसुरी अधिक आरामदेह होते हैं। तांत के वाद्य यंतों में सौंदर्यवर्धक तान वाली गुणवत्ता होती है जबकि धातु के वाद्य यंत्र आपको ऊर्जा से भर सकते हैं और साथ ही साथ आपमें चिढ़ भी पैदा कर सकते हैं। हालाँकि मरणासन्न रूप से बीमार लोगों के लिए भी ये विश्वास है कि संगीत पांचवें स्तर के कैंसर को भी ठीक करता है। पूरय मानते हैं कि यह उपचार किसी बीमारी को पूरी तरह से ठीक करने का वादा नहीं करता।  'यह क्षण भर में बन जानेवाली कॉफ़ी नहीं है, ना ही यह 100 प्रतिशत परिणाम देने का वादा करता है लेकिन यह ग्राहक के संपूर्ण विकास में सहायक सिद्ध होता है,' उन्होंने आगे कहा। यह संस्थाननैदानिक संगीत चिकित्सा का दो वर्ष का अंशकालिक डिप्लोमा पाठ्यक्रम प्रदान करने के अलावा गैर सरकारी संगठनों के साथ मिलकर गंदी बस्ती के बच्चों, पाठशाला, दफ्तरों के लिए काम करता है। ल्युकान मैजिल अमेरिका की योग्य संगीत चिकित्सक हैं  और इस पाठ्यक्रम की शिक्षक भी। जब उनसे पूछा गया कि एक बेहतर चिकित्सक होने के लिए किन गुणों का होना आवश्यक है, उन्होंने कहा, 'करुणा, इच्छा और और लोगों के साथ काम करने की चाहत, जीवन के कुछ अनुभव जो उन्हें चुनौतीपूर्ण स्थितियों में भी सहज रखने में मददगार हों, सुनने की क्षमता और संगीत में प्रशिक्षित होना आवश्यक है।'

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