Friday, April 10, 2015

संसार भ्रमण

संसार भ्रमण
संसार में हर चीज का अनुपात
है फिक्स
दुःख है तो सुख भी है
सुख है तो दुःख भी होगा
दिन है तो रात है
रात है तो दिन है
सर्दी है तो गर्मी है
गर्मी है तो सर्दी भी है
क्रम है इनका फिक्स
अतिक्रमण होवे यदि इनमे
देते कष्ट बहुत ...
आने के बाद जाना है फिक्स
परन्तु जाने के आना
नहीं है इसका कोई नियम फिक्स
सांसो में जान का अटकना भी है फिक्स
इसीलिए मनीषीयों ने कहा
कर लो जितना परमार्थ
जब तक है जान
जिससे हो जायेगा अपना कल्याण
वर्ना रूलते फिरोंगे संसार में
जैसे बीज से पेड़ और
पेड़ से बीज....

No comments:

Post a Comment